IAS Kaise Bane | आईएएस कैसे बने
IAS Kaise Bane in Hindi : IAS जिसको अंग्रेजी भाषा में इंडियन एडमिनिस्ट्रेटिव सर्विस (Indian Administrative Service) कहा जाता है, तथा हिंदी भाषा में भारतीय प्रशासनिक सेवा कहा जाता है। हमारे समाज में आईएएस पद की बहुत गरिमा है। इसी वजह से हर किसी का सपना आईएएस बनने का होता है। क्योंकि यह पद सिविल सेवा मे सबसे ऊंचा माना जाता है। आईएएस ऑफिसर बनने पर ना केवल आपको अच्छी सैलरी मिलती है, बल्कि आप जिले के मालिक कहे जाते हैं।
जैसा की आपने भी लोगों को कहते हुए सुना होगा, केंद्र में पीएम, राज्य में सीएम और जिले में डीएम बहुत शक्तशाली होते हैं। जिले में डीएम आईएएस अधिकारी ही होते हैं। लेकिन आईएएस अधिकारी (IAS Officer) बनने के लिए आपको संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) की चयन प्रक्रिया से गुजरना होगा।

IAS Kaise Bane in Hindi
Union Public Service Commission( UPSC) हर साल आईएएस अधिकारिओं को चुनने के Civil Services Exam का आयोजन करता है। जिसमें लाखों उम्मीदवार आईएएस अधिकारी बनने के लिए आवेदन करते हैं। आईएएस अधिकारी के अलावा सिविल सेवा परीक्षा से अन्य गैजेटेड ग्रुप ए अधिकारिओं को भी चुना जाता है। लेकिन ज्यादातर उम्मीदवार आईएएस अधिकारी बनने के लिए ही आवेदन करते हैं। क्योंकि आईएएस अधिकारी बनने के बाद जो नेम और फेम मिलता है वह अन्य किसी पद में नहीं मिलता है।
इसकी मुख्य वजह आईएएस अधिकारी बनने पर मिलने वाले पद से है। यानी जिन उम्मीदवारों का चयन आईएएस अधिकारी के लिए होता है, वे या तो District Magistrate अथवा कलेक्टर बनाये जाते हैं, या फिर उनको केंद्र अथवा राज्य सरकार में विभिन्न विभागों मे सचिव बनाया जाता है। सचिव अपने विभाग का प्रमुख होता है। जिसका स्थान मंत्रियों के ठीक बाद होता है। सचिव के द्वारा ही विभिन्न विभागों में नीतिगत फैसले लिए जाते हैं जिसके बाद औपचारिकता मंत्रियों द्वारा किया जाता है।
आइए आज की पोस्ट में हम आपको IAS Kaise Bane, IAS Banne Ke Liye Kya Karna Hoga, IAS Banane ke liye kya padhe के बारे में पूरी जानकारी देंगे। अगर आप भी आईएएस बनने का सपना देख रहे हैं, तो इस पोस्ट को पढ़ने के बाद आपका सपना पूरा हो सकता है। क्योंकि इस पोस्ट में हमने आईएएस बनने की पूरी प्रक्रिया को विस्तार से समझाया है।
आईएएस ऑफिसर क्या होता है? | IAS officer Kya Hota Hai
भारत में आईएएस ऑफिसर सिविल सेवा मे सबसे ऊंचा पद माना जाता है। क्योंकि इन ऑफिसर पर ही हमारा देश टिका हुआ होता है। केंद्र हो अथवा राज्य सरकार सचिव के रूप में आईएएस ऑफिसर ही देश के लिए नीति निर्माण का कार्य करते हैं।
इसके अलावा आईएएस ऑफिसर जिला मजिस्ट्रेट के रूप में जिले में कानून व्यवस्था को संभालते हैं। यानी दोनों रूपों में ही IAS officer की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। आप जो भी नए नए नियम कानून संसद द्वारा पास होते हुए देखते हैं, वे सब कानून आईएएस अधिकारी द्वारा बनाए गए ही होते हैं।
हालांकि नए कानूनों को विभिन्न विभागों के मंत्रियों द्वारा पेश किया जाता है। लेकिन इन कानूनों को विभागों के सचिवों द्वारा ही बनाया जाता है। इस तरह आप देख सकते हैं, कि आईएएस ऑफिसर किसी देश के लिए कितना महत्वपूर्ण पद होता है।
इसी वजह से जब जवाहरलाल नेहरू द्वारा आजादी के समय IAS officer का पद समाप्त करना चाहते थे। क्योंकि अंग्रेजी हुकूमत मे सबसे ज्यादा शोषण आईएएस अधिकारियों ने ही किया था। लेकिन सरदार पटेल द्वारा इन आईएएस अधिकारियों को backbone of India कहां गया था। पटेल का मानना यह था कि भारत को एक बनाए रखने के लिए आईएएस ऑफिसर की बहुत जरूरत है। इस वजह से अंग्रेजी राज में लाया गया यह पद आज तक चल रहा है।
आईएएस अधिकारी के पद (Posts of IAS)
- जिला मजिस्ट्रेट / जिला कलेक्टर / डिप्टी कमिश्नर
- एसडीओ / एसडीएम / संयुक्त कलेक्टर / मुख्य विकास अधिकारी (सीडीओ)
- राजस्व बोर्ड के अध्यक्ष
- सदस्य बोर्ड ऑफ राजस्व
- विभागीय आयुक्त
IAS Ki Salary (आईएएस सैलरी)
आईएएस ऑफिसर की बेसिक सैलरी शुरुआत में 56,100 रुपए है जो आगे जाकर प्रमोशन के बाद 2,50,000 रुपए तक पहुंचती है। यह सरकारी पद पर पहुंचने वाले व्यक्ति की सबसे ज्यादा सैलरी होती है।
आईएएस ऑफिसर को सैलरी के अलावा विभिन्न प्रकार के भत्ते तथा अन्य सुविधाएं भी दी जाती है। ज्यादातर लोग आईएएस ऑफिसर को मिलने वाली सुविधाओं के बारे में चर्चा करते हैं क्योंकि आईएएस ऑफिसर को मिलने वाली facilities सबसे अलग होती है। आइए जानते हैं आईएएस बनने के बाद क्या-क्या सुविधाएं मिलती हैं।
- आईएएस ऑफिसर बनने के बाद चयनित उम्मीदवारों को तीन से चार बैडरूम का apartment मिलता है। लेकिन अगर आप जिलाधिकारी बनते हैं, तो राज्य सरकार द्वारा आपको डीएम बंगला दिया जाता है जो कि काफी ज्यादा बड़ा होता है।
- इसके अलावा आईएएस ऑफिसर बनने के बाद उम्मीदवारों को electricity और water bill की सुविधा दी जाती है। आप जितनी चाहे बिजली खर्च कर सकते हैं। इसके लिए आपको कोई भी पैसा नहीं देना पड़ेगा। सरकारी आपके बिजली और पानी के बिल का खर्चा उठाती है।
- आईएएस अधिकारी बनने पर लोगों को पूरी medical service मुफ्त में दी जाती है। यह आईएएस ऑफिसर और उनके परिवार को सुविधा मिलती है। इसके साथ ही आईएएस ऑफिसर बनने पर आपको free phone call, office vehicle, study leave, Abroad study option, transport allowance, security guard और बहुत सारे नौकर भी आपके काम को करने के लिए मिलते हैं।
- इसके अलावा जब आईएएस ऑफिसर बन कर आप रिटायर हो जाते हैं, तो पेंशन के साथ-साथ रिटायरमेंट के विभिन्न बेनिफिट भी आपको दिए जाते हैं।
IAS के लिए योग्यता (Eligibility)
IAS Officer बनने के लिए संघ लोक सेवा आयोग ( UPSC) द्वारा न्यूनतम योग्यता निर्धारित की गई है। इस न्यूनतम योग्यता मे मुख्यता आयु सीमा और शैक्षणिक योग्यता शामिल हैं। जिन को पूरा करना प्रत्येक आवेदन करने वाले उम्मीदवारों के लिए बहुत जरूरी है। आइए IAS officer बनने के लिए न्यूनतम योग्यताओं को विस्तार से देखते हैं।
IAS की आयु सीमा
यूपीएससी के द्वारा आईएएस ऑफिसर बनने के लिए category wise age limit तय की गई है। जिसमें उम्मीदवार की न्यूनतम आयु 21 वर्ष निर्धारित की गयी है। इसके अलावा उम्मीदवारों के लिए आयु सीमा नीचे बताई गई है।
Category | न्यूनतम आयु | अधिकतम आयु |
General (सामान्य ) | 21 वर्ष | 32 वर्ष |
OBC (अन्य पिछड़ा वर्ग) | 21 वर्ष | 35 वर्ष |
SC/ST | 21 वर्ष | 37 वर्ष |
PWD(General) | 21 वर्ष | 42 वर्ष |
शैक्षिक योग्यता (Education Qualification)
Union Public Service Commission (UPSC) के द्वारा IAS Officer बनने के लिए एक न्यूनतम शैक्षणिक योग्यता निर्धारित की गई है। जिसको पूरा करना प्रत्येक उम्मीदवार के लिए जरूरी है। बिना न्यूनतम शैक्षणिक योग्यता के उम्मीदवार आवेदन नहीं कर सकता है। आइए आईएएस बनने के लिए न्यूनतम शैक्षणिक योग्यता को जानते हैं।
- उम्मीदवारों को केंद्र अथवा राज्य सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त किसी University या इंस्टीट्यूट से 33% अंकों के साथ ग्रेजुएशन किया होना चाहिए।
- यदि आपने ग्रेजुएशन Distance Education से भी किया है फिर भी आप इस आईएएस की परीक्षा के लिए Eligible है |
आईएएस बनने के लिए कितने मौके (attempt) दिए जाते हैं?
यूपीएससी द्वारा IAS Exam के लिए सामान्य उम्मीदवार हेतु 6 attempt दिए गए हैं। इसके अलावा reserve category जैसे -अन्य पिछड़ा वर्ग, अनुसूचित जाति तथा अनुसूचित जनजाति के उम्मीदवारों के लिए अलग-अलग attempt की संख्या निर्धारित की गई है। नीचे दी गई टेबल के माध्यम से आईएएस की परीक्षा में दिए जाने वाले attempt को समझते हैं।
Category | No of Attempt | Max Age Limit |
General (सामान्य) | 6 | 32 Year |
OBC (अन्य पिछड़ा वर्ग) | 9 | 35 Year |
SC/ST | No Limit | 37 Year |
PWD (General) | 9 | 42 Year |
Selection Process and IAS Exam Pattern in Hindi
आईएएस बनने के लिए चयन प्रक्रिया और यूपीएससी द्वारा निर्धारित परीक्षा पैटर्न जानना जरूरी है। चयन प्रक्रिया और पैटर्न जानने के बाद ही आईएएस की परीक्षा पास करने के लिए बेहतर रणनीति बनाई जा सकती है। आइए हम आपको विस्तार से 3 चरणों में होने वाली आईएएस परीक्षा के पैटर्न की जानकारी देते हैं।
- प्रारंभिक परीक्षा ( Preliminary Exam)
- मुख्य परीक्षा ( Mains Exam)
- साक्षात्कार ( Interview)
प्रारंभिक परीक्षा (Preliminary Examination)
उम्मीदवारों की जानकारी के लिए बता दें कि आईएएस की प्रारंभिक परीक्षा में सामान्य अध्ययन के 2 पेपर होते हैं। प्रत्येक पेपर 200 अंकों का होता है। हालांकि दोनों पेपर मे पूछे जाने वाले प्रश्न objective type multiple choice questions प्रकार के होते हैं।
लेकिन इनमें नेगेटिव मार्किंग का प्रावधान भी किया गया है। जिसमें प्रत्येक गलत प्रश्न करने पर 1/3 अंको की नेगेटिव मार्किंग की जाएगी। यानी प्रत्येक 3 प्रश्न गलत करने पर, सही उत्तर में से एक प्रश्न काट लिया जाएगा। आइए प्रारंभिक परीक्षा के परीक्षा पैटर्न को टेबल के माध्यम से समझते हैं।
Paper | No. of Question | Total Marks |
General Studies Paper 1 | 100 | 200 |
General Studies Paper 2 (CSAT) | 80 | 200 |
प्रारंभिक परीक्षा केवल स्क्रीनिंग एग्जाम है। आप यह परीक्षा दोनों भाषाओं हिंदी तथा इंग्लिश दोनों में दे सकते हैं। जिसके जरिए आईएएस परीक्षा के लिए serious candidates का चयन करना होता है। हालांकि प्रारंभिक परीक्षा की मेरिट general Studies Paper 1 से ही बनती है। जिसमें ज्यादा स्कोर करने वाले उम्मीदवारों को ही आईएएस मुख्य परीक्षा में शामिल किया जाता है। लेकिन General Studies Paper 2 क्वालिफाइंग पेपर होता है। जिसमें उम्मीदवारों को कम से कम 33% अंक जरूर लाने होते हैं अन्यथा आपका चयन नहीं किया जाएगा।
General Studies Paper-1 के लिए अंकों की गणना
General Studies Paper 1 में 200 अंकों के लिए कुल 100 प्रश्न पूछे जाते हैं तथा प्रत्येक सही प्रश्न के उत्तर के लिये 2 अंक निर्धारित हैं। प्रत्येक गलत उत्तर में 0.33% की निगेटिव मार्किंग होती है, अथार्थ प्रत्येक गलत उत्तर के लिए आपके 0.66 अंक काटे जाएंगे।
मान लीजिए कि आपने 80 प्रश्नों का सही उत्तर दिया है और शेष 20 प्रश्नों का गलत उत्तर दिया है, तो अंकों की गणना निम्न प्रकार से की जायेगी:
सही उत्तरों का कुल योग: 80 x 2 = 160 अंक
गलत उत्तरों का योग: 20 x 0.66 = 13.2 अंक
आपके Paper 1 के लिए फाईनल स्कोर होगा: 160 – 13.2 = 146.8
General Studies Paper 2(CSAT) के लिए अंकों की गणना
आपको बता दे की General Studies Paper 2(CSAT) क्वालिफाइंग प्रकृति का होता है, इसलिए केवल पेपर 1 में प्राप्त अंकों के योग को ही मेरिट की गणना के लिए माना जाता है। किन्तु ध्यान रहे कि इस परीक्षा में पास होने के लिए उम्मीदवार को पेपर 2 में न्यूनतम 33% अंक प्राप्त करने होंगे।
General Studies Paper 2 में 200 अंकों के लिए कुल 80 प्रश्न पूछे जाते हैं और प्रत्येक प्रश्न के लिये 2.5 अंक निर्धारित हैं। प्रत्येक गलत उत्तर के लिये 0.33% की निगेटिव मार्किंग निर्धारित है, अथार्थ प्रत्येक गलत उत्तर के लिए आपके 0.83 अंक काटे जाएंगे।
मान लीजिए कि आपने 65 प्रश्नों का सही उत्तर दिया शेष 20 प्रश्नों के गलत उत्तर दिया है, तो फिर CSAT पेपर में अंकों की गणना निम्न प्रकार से की जायेगी:
सही उत्तरों का कुल योग: 65 x 2.5 = 162.5 अंक
गलत उत्तरों का योग: 15 x 0.83 = 12.45 अंक
इस प्रकार आपके Paper 2 के लिए फाईनल स्कोर होगा: 162.5 – 12.45 = 150.05
आईएएस मुख्य परीक्षा (IAS Mains Examination)
आईएस की प्रारंभिक परीक्षा मे सफल घोषित किए गए उम्मीदवारों को, आईएएस मुख्य परीक्षा में शामिल किया जाता है। जिसमें कुल 9 पेपर होते हैं। इनमें से केवल 7 पेपर के ही अंको को फाइनल मेरिट में जोड़ा जाता है। जबकि बाकी बचे हुए दो पेपर केवल qualifying होते हैं। आइए टेबल के माध्यम से इन सभी नौ पेपरों को देखते हैं।
Paper | Subject | Marks |
Paper A( क्वालीफाइंग ) | भारतीय भाषा (अनिवार्य) | 300 |
Paper B ( क्वालीफाइंग ) | English (अनिवार्य) | 300 |
Paper l | Essay | 250 |
Paper II | General Studies Paper 1 | 250 |
Paper III | General Studies Paper 2 | 250 |
Paper IV | General Studies Paper 3 | 250 |
Paper V | General Studies Paper 4 | 250 |
Paper VI | Optional Paper 1 | 250 |
Paper VII | Optional Paper 2 | 250 |
आईएएस मुख्य परीक्षा descriptive type की होती है। ऊपर दिए गए सभी 9 पेपर में सभी उम्मीदवारों को 3 घंटे दिए जाएंगे। हालांकि paper A तथा Paper B क्वालीफाइंग प्रकृति का होता है। जिसमें paper A मे उम्मीदवारों को 25% अंक तथा Paper B में 30% अंक जरूरी होते हैं।
इन दोनों पेपर के अंको को फाइनल मेरिट सूची में नहीं जोड़ा जाएगा। उम्मीदवारों की फाइनल मेरिट सूची 7 papers के अंको को जोड़कर ही बनाई जाएगी। जिसमें कुल मिलाकर मुख्य परीक्षा के लिए 1750 अंक शामिल होंगे। उम्मीदवारों को इन 7 पेपर मे ही अच्छा स्कोर करना होगा। तभी वह फाइनल मेरिट लिस्ट में शामिल हो सकते हैं।
साक्षात्कार (Interview)
आईएएस मुख्य परीक्षा में शामिल उम्मीदवारों को पदों के अनुसार तीन गुने उम्मीदवारों को साक्षात्कार के लिए चयनित किया जाएगा। साक्षात्कार 275 नंबरों का होगा। जिसमें उम्मीदवारों को कम से कम 120 अंक तो जरूर दिए जाते हैं। साक्षात्कार में उम्मीदवारों से IAS बनने के लिए व्यक्तित्व, समस्या समाधान कौशल, एटीट्यूड और नैतिकता की परीक्षा ली जाती है।
आईएएस मुख्य परीक्षा तथा साक्षात्कार के अंको को जोड़कर 2025 अंको मे से ही फाइनल मेरिट बनाई जाती है। अगर आप आईएएस बनना चाहते हैं, तो आपको ज्यादा से ज्यादा अच्छा स्कोर करना होगा। क्योंकि अनारक्षित उम्मीदवारों के लिए 100 रैंक तक ही आईएएस का पद दिया जाता है।

Best Books for IAS Exam
आईएएस परीक्षा के लिए आप बिना कोचिंग के भी सेल्फ स्टडी के जरिए आसानी से एग्जाम पास कर सकते हैं। ऐसी बहुत सी किताबें हैं जिनको आईएएस बनने के लिए पढ़ा जाता है। अगर आप भी आईएएस बनने का सपना देखते हैं, तो आपको भी इन किताबों को जरूर पढ़ना चाहिए। आइये इन किताबों के बारे में टेबल के माध्यम से हमने आपको विस्तार से बताया है।
इतिहास
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भूगोल |
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भारतीय संविधान |
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अर्थव्यवस्था | Indian economy by Nitin Singhania |
Indian Art and Culture | Nitin Singhania |
Brief History of Modern India | Rajeev Ahir |
IAS के कार्य व जिम्मेदारी (IAS Duty & Responsibility)
आईएएस ऑफिसर रैंक वाले अधिकारी को देश तथा राज्य में अलग-अलग सम्मानित पद दिए जाते हैं। इन पदों के अनुसार ही उस आईएएस ऑफिसर की जिम्मेदारी होती है। प्रमुख रूप से आईएएस ऑफिसर विभिन्न सेवाओं के लिए या तो केंद्र में भेजे जाते हैं या फिर राज्य में।
- केंद्र में भेजे जाने वाले IAS officer को देश के विभिन्न मंत्रालयों तथा विभागों में सचिव के पद पर नियुक्त किया जाता है।जिसमें उन्हें सचिव के पद से संबंधित अपनी जिम्मेदारियां निभानी होती है।
- इनमें सबसे बड़ी जिम्मेदारी आईएएस ऑफिसर की विभिन्न विभागों तथा मंत्रालयों में लोगों के लिए योजनाओं के निर्माण की होती है।( जैसे मुद्रा योजना, प्रधानमंत्री मातृत्व योजना, पीएम जन धन योजना इत्यादि ) आईएएस ऑफिसर इन कल्याणकारी योजनाओं का निर्माण करते हैं। जिनको बाद में
उन विभागों एवं मंत्रालयों के मंत्रियों द्वारा लोगों के सामने लाई जाती है। - लेकिन जब आईएएस ऑफिसर को राज्य में भेजा जाता है, तो उनको या तो जिला कलेक्टर बनाया जाता है, या फिर राज्य के विभिन्न विभागों में सचिव के रूप में नियुक्त किया जाता है।
- राज्य के विभिन्न विभागों में सचिव के रूप में आईएएस ऑफिसर राज्य के लोगों के लिए कल्याणकारी योजनाओं का निर्माण करते हैं।
- जब आईएएस अधिकारी को जिलाधिकारी या district magistrate का पद दिया जाता है, तो उनकी जिम्मेवारी मुख्य रूप से जिले में कानून व्यवस्था का पालन करवाना, प्रशासनिक कार्य तथा सरकार द्वारा विभिन्न योजनाओं को गरीबों तक पहुंचाना इत्यादि होता है। इसके अलावा जिले में होने वाली किसी भी आपदाओं, दंगों तथा अव्यवस्थाओं से निपटने का काम भी जिलाधिकारी का होता है।
आईएएस की शक्ति व अधिकार
- जब भी जिले में दंगा होता है, अगर आईएएस ऑफिसर के रूप में डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट को यह लगता है, कि भीड़ नियंत्रित नहीं हो रही है। तो वह अपने विवेक के अनुसार भीड़ को समझा-बुझाकर या फिर लाठीचार्ज जैसे आदेश भी देने की power रखता है। यानी उसका काम जिले में कानून व्यवस्था को
बनाए रखना होता है। - आईएएस ऑफिसर के रूप में जिलाधिकारी जनता दरबार भी लगाता है। जिसमें लोगों की विभिन्न समस्याओं को जिलाधिकारी द्वारा सुना जाता है। इसमें जिले की समस्याओं का त्वरित निवारण किया जाता है।
- जिलाधिकारी जिले में मौजूद विभिन्न विभागों मे छापा भी मार सकता है।जिसमें यह देखा जाता है,कि विभाग सही तरीके से काम कर रहा है या नहीं। साथ ही district magistrate जिले में लागू होने वाली विभिन्न योजनाओं की समीक्षा भी करता है।
- आईएएस ऑफिसर के रूप में जिलाधिकारी चुनाव के समय जिला निर्वाचन अधिकारी का काम भी करता है। जिससे जिले में सही तरीके से चुनाव आयोजित हो सके। इसमें चुनाव में शामिल होने वाले उम्मीदवारों से आवेदन भी लेता है और निर्वाचन की जांच भी करता है।
- आईएएस ऑफिसर के रूप में कैबिनेट सचिव, कैबिनेट मंत्री तक की रैंक वाला होता है। जिसमें उसको वही सारी सुविधाएं दी जाती है जो किसी कैबिनेट मंत्री को दी जाती है। IAS officer के रूप में यह सबसे बड़ा पद होता है। लेकिन इस पद पर सचिव प्रमोशन के बाद ही पहुंच सकता है।
- सचिव के रूप में आईएएस ऑफिसर राज्य तथा केंद्र के विभिन्न विभागों में कल्याणकारी योजनाएं बनाते हैं। जिनमें योजना बनाए जाने से लेकर, बजट आवंटन का काम इन सचिव का ही होता है। इसी वजह से कई बार सचिव के स्तर पर बड़े बड़े घोटाले किए जाते हैं। आपने भी कईयों के नाम सुने होंगे,
जिन आईएएस ऑफिसर द्वारा बड़े-बड़े scam किए गए हैं। - ऐसे ही आईएस के रूप में डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट पद में भी काफी पावर होती है। जिले में योजनाओं को लागू करने तथा विभिन्न योजनाओं में पैसा का आवंटन जिलाधिकारी द्वारा ही पहुंचाया जाता है। कई बार district magistrate भी अपने पद की ताकत की वजह से भ्रष्ट हो जाते हैं।
Conclusion
दोस्तों ये थी IAS Kaise Bane in Hindi (आईएएस फुल इनफार्मेशन इन हिंदी) की पूरी जानकारी, उम्मीद है की आपको यह पसंद आयी होगी। एक आईएएस की नौकरी भारत में सबसे प्रतिष्ठित और उच्च स्तर की नौकरी है, जिसके लिए हर साल लाखों युवा आवेदन करते है लेकिन उनमें से कुछ ही सफल हो पाते है।
अगर आप भी आईएएस बनने का सपना देख रहे है तो एक ढृढ़ संकल्प और ईमानदारी के साथ पढाई करे सफलता अवश्य मिलेगी।
यदि इससे सम्बंधित आपका कोई सवाल या सुझाव हो तो , आप हमें कमेंट करके पूछ सकते है हमलोग आपकी सहायता के लिए हमेशा उपलब्ध हैं। IAS Banne Ke Liye Subject, IAS Ke Liye Kya Karna Hoga, IAS Exam Pattern, IAS Bante hain ये सभी जानकारी आप इस आर्टिकल में प्राप्त कर चुके हैं, यदि आपको यह पोस्ट अच्छी लगी हो तो कृपया इसे ज्यादा से ज्यादा लोगों के साथ अवश्य शेयर करें।
FAQ’s – IAS Kaise Bane In Hindi
IAS की Salary कितनी होती है?
आईएएस ऑफिसर की बेसिक सैलरी शुरुआत में 56,100 रुपए है जो आगे जाकर प्रमोशन के बाद 2,50,000 रुपए तक पहुंचती है।
आईएएस के लिए योग्यता क्या है?
IAS के लिए किसी भी मान्यता प्राप्त College/University से ग्रेजुएशन होना अनिवार्य है।